जानिए पहाड़ का धार्मिक प्रसाद अरसा का इतिहास
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
E- mail- himalayilog@gmail.com
जै हिमालय, जै भारत। मैं जर्नलिस्ट डा. हरीश चंद्र लखेड़ा इस बार पहाड़ के सबसे प्रसिद्ध पकवान अरसा (Arasa of Uttarakhand)के इतिहास को लेकर जानकारी दे रहा हूं।
अब विलुप्ति के कगार पर आ पहंचे इस पकवान के बारे में...
जै हिमालय, जै भारत।
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
E- mail- himalayilog@gmail.com
उत्तराखंड के गांवों के किसी भी परिवार में 1863 तक शराब पीने वाला एक भी व्यक्ति नहीं था। तत्कालीन कुमायुं के सीनियर कमीश्नर ने 1863 में आबकारी विभाग को भेजी रिपोर्ट में लिखा था कि पहाड़ के लोग नशे के व्यसन से मुक्त...
Uttarakhand
कत्यूरियों की वीरगाथा से कैसे जुड़े हैं महारानी ध्रुवस्वामिनी और महान सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
admin -
उत्तराखंड के कत्यूरी खस वीरों ने बंदी बनाया था रामगुप्त, शकों ने नहीं
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
E- mail- himalayilog@gmail.com
इतिहास के विद्यार्थी जानते हैं कि भारत में महान गुप्त साम्राज्य भी रहा है। बाकी के लिए पहले गुप्त साम्राज्य के बारे में बता देता हूं। गुप्त राज्य प्राचीन भारत के प्रमुख राजवंशों में से...
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
हिमालयीलोग चैनल की एक वीडियो पर एक दिन एक कमेंट देखा। जिसमें पाकिस्तान से ख्वाजा अर्सलन अरशद नाम के एक बंधु ने लखेड़ाओं पर भी एक वीडियो बनाने का आग्रह किया था। संभवत: वीडियो में मेरा सरनेम लखेड़ा सुनकर उन्होंने यह आग्रह किया होगा। मैंने इसकी वजह पूछी। इस...
कुमायुं के जजमानों का इतिहास
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
इस मामले में मैं पहले ही साफ कर देता हूं कि मैं इतिहास का उल्लेख कर रहा हूं। किसी को महिमामंडित करने का मेरा कोई उद्देय नहीं है। कुमायुं के जजमानों को लेकर इस आलेख का आधार कुमायुं केसरी बद्रीदत्त पांडे, इतिहासकार डा. शिवप्रसाद डबराल...
कैसे बने कुमायुंनी ब्राह्मणों के जाति संज्ञानाम
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
गढ़वाल (Garhwal) के ब्राह्मणों और जजमानों के बाद अब कुमायुं के ब्राह्मणों (Brahmins of Kumaon)के इतिहास पर यह लेख है। इसके बाद कुमायुं के जजमानों के बारे में लिखूंगा। मैं पहले ही साफ कर देता हूं कि मेरा उद्देश्य इतिहास की जानकारी देना ...
जनरल रावत के निधन पर पर खुशी मनाने वाले गद्दारों को कब सजा देंगे मोदी और शाह ?
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
पूरे देश जानता है कि कुछ गद्दारों ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल डा. बिपिन रावत (CHIEF OF THE DEFENCE STAFF (CDS) GENERAL BIPIN RAWAT ) के निधन...
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) the first Chief of Defence Staff (CDS) of the Indian Armed Forces जनरल बिपिन रावत (General Dr. Bipin Rawat) अब हमारे बीच नहीं रहे। परंतु वे भारत को एक ऐसी सेना दे गए हैं जो अब रक्षात्मक मुद्रा में नहीं रहती...
पहाड़ी अफसरों की कचबोली पार्टी भी आयोजित करते थे जनरल रावत
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
जै हिमालय, जै भारत। मैं जर्नलिस्ट डा. हरीश चंद्र लखेड़ा इस बार देश के प्रथम देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत को लेकर दुखद सूचना के साथ आया हूं। सबसे...
पहाड़ के जजमानों में मात्र २० प्रतिशत हैं मैदानी क्षत्रिय
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
www.himalayilog.com / www.lakheraharish.com
उत्तराखंड में क्षत्रियों को जजमान भी कहा जाता है। गढ़वाल के जजमान यानी राजपूतों, यानी ठाकुरों यानी क्षत्रियों के बारे में बताने से पहले मैं पहले ही साफ कर देता हूं कि यह जानकारी विभिन्न पुस्तकों से एकत्रित की गई है।...