परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली
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मकर संक्रांति (Makar Sankranti)के दिन से सूर्य देव उत्तरायण होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं और इस दिन भगवान सूर्यदेव अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उनके घर जाते हैं। इस दिन से पूस माह समाप्त होता है और माघ माह...
नाथ और सिद्धों की गाथा
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा
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बहुत कम लोग जानते हैं की बदरी नाथ धाम का पौराणिक नाम बद्रिकाश्रम था। जबकि केदारनाथ धाम का नाम केदारेश्वर था। इसी तरह कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा तथा नेपाल में पशुपितनाथ धाम के नाम में भी नाथ शब्द शामिल...
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उत्तराखंड की बद्वाण पूजा- नवव्याही गाय के दूध का टैक्स क्यों लेते थे बौद्ध गुरु
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दोस्तों, इस बार आपके लिए उत्तराखंड की प्राचीन परंपरा को लेकर नयी जानकारी लेकर आया हूं। उत्तराखंड में गाय के बछड़े के जन्म के 11 दिन बाद पानी के सिमांद (स्रोत) में पूजा की जाती है। उस पूजा के बाद ही गाय के दूध को चाय, दही, छाछ आदि बनाने के...
बग्वाल या बूढ़ी दीवाली (Diwali)का भगवान राम से कोई लेना-देना नहीं
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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और उत्तराखंड (UTtarakhand)में दीपावली के बाद लगभग ११ दिन से एक माह के दौरान फिर से दीवाली मनाई जाती है। इसे कहीं बूढ़ी दीवाली, कहीं इगास-बग्वाल कहा जाता है। इन दोनों राज्यों में प्रचारित किया...