डोगरी भारत के जम्मू और कश्मीर प्रान्त में बोली जाने वाली एक भाषा है। वर्ष 2004 में इसे भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। पश्चिमी पहाड़ी बोलियों के परिवार में, मध्यवर्ती पहाड़ी पट्टी की जनभाषाओं में, डोगरी, चंबयाली, मडवाली, मंडयाली, बिलासपुरी, बागडी आदि उल्लेखनीय हैं।डोगरी भाषा भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य की दूसरी मुख्य भाषा है।...
नेपाली या खस कुरा नेपाल की राष्ट्रभाषा है । यह भाषा नेपाल की लगभग ४४ लोगों की मातृभाषा  है। यह भाषा नेपाल के अतिरिक्त भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी राज्यों असं असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय तथा उत्तराखण्ड के अनेक भारतीय लोगों की मातृभाषा है। भूटान, तिब्बत और म्यानमार के भी अनेक लोग यह भाषा बोलते हैं।नेपाल भाषा...
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा हिमालयीलोग की प्रस्तुति ,नई दिल्ली www.himalayilog.com  /  www.lakheraharish.com  डा. शिवप्रसाद डबराल चारण  जी के बारे में उनके वंश से शुरू करते हैं। डबराल उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के ब्राह्मणों की प्रमुख जाति है। टिहरी रियासत के मंत्री रहे  हरिकृष्ण रतूड़ी की पुस्तक  -- गढ़वाल का इतिहास-- के अनुसार डबरालों के पुरुख पुरूष रघुनाथ और विश्वनाथ  थे। वे संवत...
first voter of india Master Shyam Saran Negi परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली  हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के श्याम सरन नेगी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। एक जुलाई २०२२ को नेगी जी  १०५ साल के हो गए हैं। हिमालयीलोग की ओर से नेगी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं।  उम्मीद है कि आप लोगों ने  श्याम सरन नेगी जी...
बात वर्ष1854 की है। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रेंकलिन पियर्स ने रेड इंडियन की भूमि का एक विशाल भू-भाग खरीदने का प्रस्ताव उनके मुखिया शिएटल के पास भेजा। इस प्रस्ताव में उन्हें विस्थापित कर उनके लिए दूसरे इलाके में जमीन देने का प्रावधान था। सरल हृदय प्रकृति पुत्र शिएटल के लिए भूमि का अर्थ भेड़ों या चमकदार मोतियों की तरह...
     परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा       हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली जै हिमालय, जै भारत। हिमालयीलोग के इस यूट्यूब चैनल में आपका स्वागत है। मैं हूं जर्नलिस्ट डा. हरीश चंद्र लखेड़ा । आप सभी को होली की शुभकामनाएं। इस बार होली पर ही बात करूंगा। जब तक मैं आगे बढूं, तब तक आपसे अनुरोध है कि इस हिमालयी लोग...
देहरादून। ‘उत्तराखंड आंदोलन : स्मृतियों का हिमालय’ पुस्तक के लेखक वरिष्ठ पत्रकार हरीश लखेड़ा को एक नवंबर को देहरादून के टाउन हॉल में सम्मानित किया गया । राज्य की 17वीं वर्षगांठ पर हो रहे कार्यक्रमों के तहत टाउन हॉल में यह कार्यक्रम हुआ है। उत्तराखंड राज्य गठन के 17 साल बाद इस अभूतपूर्व आंदोलन पर समग्रता में दस्तावेजों के साथ...
परिकल्पना- डा. हरीश चन्द्र लखेड़ा हिमालयीलोग की प्रस्तुति, नई दिल्ली  इस बार उत्तराखंड केप्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी (Narendra Singh Negi) से जुड़े एक मुद्दे पर बात करने जा रहा हूं। मैं उनका जीवन परिचय अथवा उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा हूं, क्योंकि मेरा मानना है कि वे किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उत्तराखंडी खासतौर पर...
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