हिमालयीलोग  यह एक शुरूआत है। हिमालय के लोगों के  बारे में जानकारी देश-दुनिया को देने की। इतिहास की किताबों, पत्र-पत्रिकाओं, संग्रहालयों में कहीं भी तो हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास, हमारे पुरखों आदि की समुचित जानकारी दर्ज नहीं है। हम हिमालयी राज्यो के राजाओं के इतिहास की बात नहीं कर रहे हैं।  इतिहास की पुस्तकों के पन्ने सिर्फ विदेशी आक्रांताओं के हमलों की दास्तां से भरे हैं। हम कहीं भी नहीं हैं।
समय आ गया है कि अब हम इतिहास की गाथा अपना हिस्सा मांगे। हमें सिर्फ फौज में भर्ती होने वाली कौम मानने की गलती नहीं होनी चाहिए। दोस्तो हमारी बात से सहमत हो तो आइए हमसे जुडि़ए।
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