हिमालयी लोग : एक छोटा सा प्रयास

Jai Himalaya, Jai Bharat,
After the website.www.himalayilog.com, our YouTube channel HIMALAYILOG https://www.youtube.com/channel/UCY2jUIebYsne4nX09a1aUfQ is here.
For the last 12 years, through the website.www.himalayilog.com, we have been keeping Himalayan culture alive,
and our new YouTube channel HIMALAYILOG, will serve the same purpose.
We want the channel to become the voice of our Himalayan people.
Not only this, we aspire the country and the world to know about the Himalayan culture, history, literature etc.
Our history should not be forgotten whenever the glorious Indian history is talked about.
Kindly join us, please like and subscribe to our YouTube channel HIMALAYILOG.
Thanks
Dr. Harish C Lakhera

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   हिमालयीलाेग—

हिमालयी संस्कृति  और समाज में हो रही हलचल को देश-दुनिया के सामने रखने का यह एक छोटा सा प्रयास है। इस वेबसाइट का साथ ही  हिमालयी संस्कृति, लोक, साहित्य और सरोकारों  को लेकर यू ट्यूब चैनल भी है।      — Himalayilog – हिमालयीलोग Channel of Himalayi People. 1- Email- himalayilog@gmail.com 2-Facebook Page -Himalayilog channel हिमालयीलोग चैनल 3-https://twitter.com/HimalayilogC जय हिमालय, जय भारत, हिमालयी लोग वेबसाइट के बाद अब यू ट्यूब चैनल भी आपके सामने है. पिछले 12 वर्षों से हिमालयी लोग वेबसाइट के माध्यम से हम हिमालयी संस्कृति को देश-दुनिया के सामने रखते आ रहे हैं. अब हिमालयीलोग चैनल के माध्यम से हिमालयी लोगों की आवाज, संस्कृति, इतिहास आदि को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से देश-दुनिया तक हम पहुंचा रहे हैं. हम चाहते हैं यह यूट्यूब चैनल हिमालयी लोगों की आवाज बने। ऐसी आवाज जिसे देश-दुनिया गंभीरता से सुनें।यही नहीं, हम चाहते हैं कि देश-दुनिया भी हिमालयी संस्कृति, साहित्य व समाज को लेकर जानें। हमारे इतिहास, हमारे पुरखों के बारे में भी जानें। हमें भारत के इतिहास में हिस्सेदारी चाहिए. हमारा इतिहास देश के इतिहास की पुस्तकों में होना चाहिए. आइए हमसे जुडिए, चैनल को लाइक व सबस्क्राइब अवश्य करें.

ई मेल– himalayilog@gmail.com

Dr. Harish C. Lakhera

डा. हरीश चंद्र लखेड़ा


 

हिमालयीलोग वेबसाइट, हिमालयीलोग यूट्यूब चैनल तथा हिमालयीलोग  ट्रस्ट के

संस्थापक व संपादक-    

 Dr. Harish Chandra Lakhera    /  (डा. हरीश चंद्र लखेड़ा)   

 Qualification –   Ph. D. (Journalism & Mass comm) / M.Sc (Maths) / M.A. (Journalism & Mass comm ) /  P.G. Diploma (Journalism & Mass comm) /         Certificate of Achievement (in Public Affairs Reporting)

 पत्रकारिता का अनुभव:   जनसत्ता,  राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला,दैनिक ट्रिब्यून में पत्रकारिता विशेषतौर पर राजनीति व संसदीय पत्रकारिता में  ३० वर्षों से ज्यादा का अनुभव।

प्रकाशन-

छह पुस्तकें और दर्जनभर शोधपत्र प्रकाशित

1-संसदीय पत्रकारिता- भारतीय लोकतंत्र की यात्रा के साक्षी 144 स्तंभ, (2020, संसदीय पत्रकारिता पर भारत में संसदीय रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार की कलम से पहली पुस्तक)

2- पत्रकारिता का स्थानीयकरण (2020)
3-उत्तराखंड आंदोलन- स्मृतियों का हिमालय (2017, उत्तराखंड राज्य आंदोलन का इतिहास)
4- लखेड़ा वंश- सागर से शिखर (2018, उत्तराखंड के लखेड़ा ब्राह्मणों पर शोध ग्रंथ)
5- नदियों के गीत ( 2020, कविता संग्रह, सौजन्य- दिल्ली हिंदी अकादमी ।

6-दिल्ली का रास्ता (2000, कविता संग्रह , सौजन्य- दिल्ली हिंदी अकादमी।

7- राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में कई शोध पत्र प्रकाशित।

 


 

 


हिमालयीलोग के सलाहकार ————–

हिमालयीलोग के पूर्व प्रधान संपादकीय सलाहकार स्व. राजेंद्र धस्माना 

दूर दर्शन और आकाशवाणी में लंबे समय तक पत्रकारिता में रहे राजेंद्र धस्माना संपूर्ण गांधी वांग्मय के प्रधान संपादक भी रहे।
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हिमालयीलोग के सलाहकार पारासर गौड़


— उत्तराखंडी फिल्मों के दादा साहब फाल्के पारासर गौड़ हमारे पोर्टल के सलाहकार हैं। वे कनाडा में रहते हैं। पहली गढ़वाली फिल्म जग्वाल गौड़ ने ही बनाई थी।

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